Movie/Album: दिलजले (1996)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता
किसी के इश्क़ में खुद को मिटा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
किसी की याद में नींदें उड़ा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
मेरे ख़्वाबों में जो लड़की है
सचमुच हो नहीं सकती
किसी को भी मैं बाहों में बसा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
इस दिल के कागज़ पे, ख़्वाबों के रंगों से
झलकी जो तस्वीर है
होठों में कलियाँ हैं, आँखों में सागर है
ज़ुल्फों में ज़ंजीर है
दिलनशीं है वो, वो नाजनीं
सारी दुनिया में सबसे हसीं
जो है तस्वीर इस दिल में, कहीं वो मिल नहीं सकती
और उसके बिन कहीं दिल मैं लगा लूँ
हो नहीं सकता...
सपनों के दर्पण में, पलकों की चिलमन में
मेरे मन में रहती है जो
रंगत है खुशबू है, नगमा है जादू है
क्या कहना कैसी है वो
मेरे ख़्वाबों की मूरत है वो
क्या कहें कैसी सूरत है वो
जिसे दिल ढूँढे दुनिया में, कहीं हो ही नहीं सकती
तो फिर ये दिल की दुनिया मैं सजा लूँ
हो नहीं सकता...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता
किसी के इश्क़ में खुद को मिटा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
किसी की याद में नींदें उड़ा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
मेरे ख़्वाबों में जो लड़की है
सचमुच हो नहीं सकती
किसी को भी मैं बाहों में बसा लूँ
हो नहीं सकता, हो नहीं सकता...
इस दिल के कागज़ पे, ख़्वाबों के रंगों से
झलकी जो तस्वीर है
होठों में कलियाँ हैं, आँखों में सागर है
ज़ुल्फों में ज़ंजीर है
दिलनशीं है वो, वो नाजनीं
सारी दुनिया में सबसे हसीं
जो है तस्वीर इस दिल में, कहीं वो मिल नहीं सकती
और उसके बिन कहीं दिल मैं लगा लूँ
हो नहीं सकता...
सपनों के दर्पण में, पलकों की चिलमन में
मेरे मन में रहती है जो
रंगत है खुशबू है, नगमा है जादू है
क्या कहना कैसी है वो
मेरे ख़्वाबों की मूरत है वो
क्या कहें कैसी सूरत है वो
जिसे दिल ढूँढे दुनिया में, कहीं हो ही नहीं सकती
तो फिर ये दिल की दुनिया मैं सजा लूँ
हो नहीं सकता...
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