Movie/Album: बाग़ी (2016)
Music By: अंकित तिवारी
Lyrics By: अभेन्द्र कुमार उपाध्याय
Performed By: अंकित तिवारी
मेरी राहों में पड़े
तेरे पैरों के निशां ने कहा
तेरी साँसों से जुड़ी
मेरी साँसों की वफा ने कहा
गिरते उन आँसुओं में
कुछ तो तुझसा लगे है
इन अश्कों में मैं ना खोता
अगर तू होता तो, ना रोते हम
अगर तू होता...
पाँव को थे मिले जमीं की तरह
आँखों में क्यों हुए नमी की तरह
दिल को तुम कहते थे ख़ुदा का है घर
छोड़ के क्यों गए अजनबी की तरह
गिरते उन आँसुओं में...
बिन तेरे देखूँ मैं ज़रा-सा लगूँ
ग़म से ही आज कल भरा-सा लगूँ
छोड़ दे साथ ना ज़िन्दगी मेरी
सोच के बात ये डरा-सा लगूँ
गिरते उन आँसुओं में...
Music By: अंकित तिवारी
Lyrics By: अभेन्द्र कुमार उपाध्याय
Performed By: अंकित तिवारी
मेरी राहों में पड़े
तेरे पैरों के निशां ने कहा
तेरी साँसों से जुड़ी
मेरी साँसों की वफा ने कहा
गिरते उन आँसुओं में
कुछ तो तुझसा लगे है
इन अश्कों में मैं ना खोता
अगर तू होता तो, ना रोते हम
अगर तू होता...
पाँव को थे मिले जमीं की तरह
आँखों में क्यों हुए नमी की तरह
दिल को तुम कहते थे ख़ुदा का है घर
छोड़ के क्यों गए अजनबी की तरह
गिरते उन आँसुओं में...
बिन तेरे देखूँ मैं ज़रा-सा लगूँ
ग़म से ही आज कल भरा-सा लगूँ
छोड़ दे साथ ना ज़िन्दगी मेरी
सोच के बात ये डरा-सा लगूँ
गिरते उन आँसुओं में...
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