Movie/Album: लव गेम्स (2016)
Music By: संगीत हल्दीपुर, सिद्धार्थ हल्दीपुर
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सुनिधि चौहान
जन्नत-जन्नत चिल्लाये दिल
दोज़ख-दोज़ख दिखलाये दिल
डर रहा है टूट जाने से
कर रहा है खुद ही खुद के टुकड़े-टुकड़े तू
ऐ दिल चाहता है क्या संगदिल
चाहता है क्या तंग दिल
जाने न दिल, जाने न दिल...
हाय हाय चिल्लाये दिल
साये-साये दिखलाये दिल
डर रहा है काली रातों से
कर रहा है चाँद के फिर क्यों टुकड़े-टुकड़े तू
ऐ दिल चाहता है...
अश्क है या इश्क़ है मेरा
क्यों आँख से टपक रहा है दिल
खो रहा है या खुद को पा लिया है
क्यों याद चाक कर रहा है दिल
डर रहा है दरिया होने से
कर रहा है खुद ही खुद के कतरे-कतरे तू
ऐ दिल चाहता है...
Music By: संगीत हल्दीपुर, सिद्धार्थ हल्दीपुर
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सुनिधि चौहान
जन्नत-जन्नत चिल्लाये दिल
दोज़ख-दोज़ख दिखलाये दिल
डर रहा है टूट जाने से
कर रहा है खुद ही खुद के टुकड़े-टुकड़े तू
ऐ दिल चाहता है क्या संगदिल
चाहता है क्या तंग दिल
जाने न दिल, जाने न दिल...
हाय हाय चिल्लाये दिल
साये-साये दिखलाये दिल
डर रहा है काली रातों से
कर रहा है चाँद के फिर क्यों टुकड़े-टुकड़े तू
ऐ दिल चाहता है...
अश्क है या इश्क़ है मेरा
क्यों आँख से टपक रहा है दिल
खो रहा है या खुद को पा लिया है
क्यों याद चाक कर रहा है दिल
डर रहा है दरिया होने से
कर रहा है खुद ही खुद के कतरे-कतरे तू
ऐ दिल चाहता है...
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