Movie/Album: सैलाब (1956)
Music By: मुकुल रॉय
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लक्ष्मी रॉय
हाय रे हाय रे हाय हाय
बजे दिल के तार करे ये पुकार
नस-नस में प्यार भरा रे
ओ कितने बार नहीं समझे प्यार
अजी मैं तो हार गई रे
बजे दिल के तार...
हाय रे हाय रे हाय हाय
कहती है आँखे मेरी दिल का फसाना
लगी को न जाना तुमने लगी को न जाना
बजे दिल के तार...
बोले अदाएँ तुमसे कितने हसीं हो
मैं तो यही हूँ लेकिन तुम तो कहीं हो
बजे दिल के तार...
कबसे छुपायी हूँ मैं सीने में बात को
आये न निंदिया मुझको जागु हूँ रात को
बजे दिल के तार...
Music By: मुकुल रॉय
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लक्ष्मी रॉय
हाय रे हाय रे हाय हाय
बजे दिल के तार करे ये पुकार
नस-नस में प्यार भरा रे
ओ कितने बार नहीं समझे प्यार
अजी मैं तो हार गई रे
बजे दिल के तार...
हाय रे हाय रे हाय हाय
कहती है आँखे मेरी दिल का फसाना
लगी को न जाना तुमने लगी को न जाना
बजे दिल के तार...
बोले अदाएँ तुमसे कितने हसीं हो
मैं तो यही हूँ लेकिन तुम तो कहीं हो
बजे दिल के तार...
कबसे छुपायी हूँ मैं सीने में बात को
आये न निंदिया मुझको जागु हूँ रात को
बजे दिल के तार...
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