Movie/Album: ज़िन्दगी (1964)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेंद्र
Performed By: लता मंगेशकर
हम दिल का कँवल देंगे जिसको
होगा कोई एक हज़ारों में
सागर में कहीं ज्यों इक मोती
जैसे चंदा कई सितारों में
हम दिल का कँवल...
ये रूप-रंग की फुलवारी
उसके लिए ही ये फूल खिले
सब कुछ देना है सौंप उसे
जिस दिन जिस पल वो आन मिले
बागों में उसी के चर्चे हैं
है उसकी बात बहारों में
हम दिल का कँवल...
ठंडी सी जलन मन के अन्दर
मीठी सी कसक दिल में लेकर
हम खोज में उसकी निकले हैं
इन राहों और दो राहों पर
शायद वो आज ही मिल जाए
है प्यार का रंग नज़ारों में
हम दिल का कँवल...
किसने दिल जीता ताक़त से
चाहत कब आग से डरती है
नादान शिकारी क्या जाने
हिरनी किस राग पे मरती है
तलवार का ज़ोर नहीं चलता
हो जाती है बात इशारों में
हम दिल का कँवल...
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेंद्र
Performed By: लता मंगेशकर
हम दिल का कँवल देंगे जिसको
होगा कोई एक हज़ारों में
सागर में कहीं ज्यों इक मोती
जैसे चंदा कई सितारों में
हम दिल का कँवल...
ये रूप-रंग की फुलवारी
उसके लिए ही ये फूल खिले
सब कुछ देना है सौंप उसे
जिस दिन जिस पल वो आन मिले
बागों में उसी के चर्चे हैं
है उसकी बात बहारों में
हम दिल का कँवल...
ठंडी सी जलन मन के अन्दर
मीठी सी कसक दिल में लेकर
हम खोज में उसकी निकले हैं
इन राहों और दो राहों पर
शायद वो आज ही मिल जाए
है प्यार का रंग नज़ारों में
हम दिल का कँवल...
किसने दिल जीता ताक़त से
चाहत कब आग से डरती है
नादान शिकारी क्या जाने
हिरनी किस राग पे मरती है
तलवार का ज़ोर नहीं चलता
हो जाती है बात इशारों में
हम दिल का कँवल...
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