Movie/Album: प्लेयर्स (2011)
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: आशीष पंडित
Performed By: यशिता यशपाल
ना रे ना रे ना रे ना
ना रे ना रे ना रे ना
जाने होगा आगे क्या
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न, हो गयी टुन्न
पी गयी नीट मैं
बंद कर अंग्रेज़ी धुन, नाचूँ सुन
देसी बीट में
रात जैसे ये बढ़ रही है
मुझपे बेहोशी चढ़ रही है
साफ़ कुछ ना दे दिखाई
आँखें धुंधली सी पड़ रही हैं
पूरी मस्ती में झूम लूँगी
कोने कोने में घूम लूँगी
कोई मुझको रोक ले ना
वरना तुझको मैं चूम लूँगी
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न...
खाली प्यालों को फिर भरूँ मैं
सोचती हूँ कि क्या करूँ मैं
ओखली में सर दिया तो
फिर ज़माने से क्यूँ डरूँ मैं
इस तरफ़ या उधर मैं जाऊँ
मैं न जानूँ किधर मैं जाऊँ
तू ही आख़िर बोल कैसे
ऐसी हालत में घर मैं जाऊँ
ना रे ना रे ना रे ना
जाने होगा आगे क्या
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न...
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: आशीष पंडित
Performed By: यशिता यशपाल
ना रे ना रे ना रे ना
ना रे ना रे ना रे ना
जाने होगा आगे क्या
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न, हो गयी टुन्न
पी गयी नीट मैं
बंद कर अंग्रेज़ी धुन, नाचूँ सुन
देसी बीट में
रात जैसे ये बढ़ रही है
मुझपे बेहोशी चढ़ रही है
साफ़ कुछ ना दे दिखाई
आँखें धुंधली सी पड़ रही हैं
पूरी मस्ती में झूम लूँगी
कोने कोने में घूम लूँगी
कोई मुझको रोक ले ना
वरना तुझको मैं चूम लूँगी
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न...
खाली प्यालों को फिर भरूँ मैं
सोचती हूँ कि क्या करूँ मैं
ओखली में सर दिया तो
फिर ज़माने से क्यूँ डरूँ मैं
इस तरफ़ या उधर मैं जाऊँ
मैं न जानूँ किधर मैं जाऊँ
तू ही आख़िर बोल कैसे
ऐसी हालत में घर मैं जाऊँ
ना रे ना रे ना रे ना
जाने होगा आगे क्या
पड़ गयी मैं पूरी सुन्न...
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