Movie/Album: ज़िद (2014)
Music By: शारिब-तोशी
Lyrics By: शकील आज़मी
Performed By: अरिजीत सिंह
साँसों को जीने का इशारा मिल गया
डूबा मैं तुझमें तो किनारा मिल गया
साँसों को जीने का इशारा मिल गया
ज़िन्दगी का पता दोबारा मिल गया
तू मिला तो ख़ुदा का सहारा मिल गया
ग़मज़दा, ग़मज़दा दिल ये था ग़मज़दा
बिन तेरे, बिन तेरे दिल ये था ग़मज़दा
आराम दे तू मुझे, बरसों का हूँ मैं थका
पलकों पे रातें लिए, तेरे वास्ते मैं जगा
मेरे हर दर्द की गहराई को, महसूस करता है तू
तेरी आँखों से ग़म, तेरा मुझे मालूम होने लगा
तू मिला तो ख़ुदा...
मैं राज़ तुझसे कहूँ, हमराज़ बन जा ज़रा
करनी है कुछ गुफ़्तगू, अल्फ़ाज़ बन जा ज़रा
जुदा जब से हुआ, तेरे बिना खामोश रहता हूँ मैं
लबों के पास आ, अब तू मेरी आवाज़ बन जा ज़रा
तू मिला तो ख़ुदा...
Music By: शारिब-तोशी
Lyrics By: शकील आज़मी
Performed By: अरिजीत सिंह
साँसों को जीने का इशारा मिल गया
डूबा मैं तुझमें तो किनारा मिल गया
साँसों को जीने का इशारा मिल गया
ज़िन्दगी का पता दोबारा मिल गया
तू मिला तो ख़ुदा का सहारा मिल गया
ग़मज़दा, ग़मज़दा दिल ये था ग़मज़दा
बिन तेरे, बिन तेरे दिल ये था ग़मज़दा
आराम दे तू मुझे, बरसों का हूँ मैं थका
पलकों पे रातें लिए, तेरे वास्ते मैं जगा
मेरे हर दर्द की गहराई को, महसूस करता है तू
तेरी आँखों से ग़म, तेरा मुझे मालूम होने लगा
तू मिला तो ख़ुदा...
मैं राज़ तुझसे कहूँ, हमराज़ बन जा ज़रा
करनी है कुछ गुफ़्तगू, अल्फ़ाज़ बन जा ज़रा
जुदा जब से हुआ, तेरे बिना खामोश रहता हूँ मैं
लबों के पास आ, अब तू मेरी आवाज़ बन जा ज़रा
तू मिला तो ख़ुदा...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...