Movie/Album: वो कौन थी (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजा मेहंदी अली खान
Performed By:आशा भोंसले
शोख़ नज़र की बिजलियाँ
दिल पे मेरे गिराए जा
मेरा न कुछ ख़्याल कर
तू यूँ ही मुस्कराए जा
शोख़ नज़र की…
जाग उठी है आरज़ू, जैसे चराग़ जल पड़े
अब तो वफ़ा की राह में, हम तेरे साथ चल पड़े
चाहे हँसाए जा हमें, चाहे हमें रुलाए जा
शोख़ नज़र की...
चैन कहीं किसी घड़ी, आए न तेरे बिन मुझे
काश मैं इस जहान से, छीन लूँ एक दिन तुझे
मैं तेरे साथ-साथ हूँ, चाहे नज़र बचाए जा
शोख़ नज़र की...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजा मेहंदी अली खान
Performed By:आशा भोंसले
शोख़ नज़र की बिजलियाँ
दिल पे मेरे गिराए जा
मेरा न कुछ ख़्याल कर
तू यूँ ही मुस्कराए जा
शोख़ नज़र की…
जाग उठी है आरज़ू, जैसे चराग़ जल पड़े
अब तो वफ़ा की राह में, हम तेरे साथ चल पड़े
चाहे हँसाए जा हमें, चाहे हमें रुलाए जा
शोख़ नज़र की...
चैन कहीं किसी घड़ी, आए न तेरे बिन मुझे
काश मैं इस जहान से, छीन लूँ एक दिन तुझे
मैं तेरे साथ-साथ हूँ, चाहे नज़र बचाए जा
शोख़ नज़र की...
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