Movie/Album: दो लफ़्ज़ों की कहानी (2016)
Music By: मीत ब्रदर्स
Lyrics By: कुमार
Performed By: श्रेय सिंघल
रुसवाइयाँ हैं रुसवाइयाँ
तनहाइयाँ हैं तनहाइयाँ
अक्सर मेरी बातों में तो
ज़िक्र है तेरा
तेरी साँसों के इत्र में
डूबा मैं मिला
तेरे इश्क़ से रिहाई होगी ना मेरी
जन्नत का नशा तेरी पनाहों में मिला
तू मिला, तू मिला
सजदे का है सिला
तू मिला, तू मिला...
जब इश्क़ का मौसम आये
मन तुझको पास बुलाये
इक दूजे की बारिश में
हम रूह तक भीगते जाएँ
अक्सर मेरी सर्दियों में
तू है धूप सा
तेरी बाहों में मिले हैं
इक सुकून सा
तेरे इश्क़ से रिहाई...
तेरे होंठों की ये शबनम
मेरे दर्द पे रख दे मरहम
तेरे भीगे-भीगे लफ्ज़ ये
मेरी प्यास बुझाये हरदम
अक्सर मेरी आँखों में तो
अक्स है तेरा
तेरी आँखों में रहूँ
यही जीना है मेरा
तेरे इश्क़ से रिहाई...
Music By: मीत ब्रदर्स
Lyrics By: कुमार
Performed By: श्रेय सिंघल
रुसवाइयाँ हैं रुसवाइयाँ
तनहाइयाँ हैं तनहाइयाँ
अक्सर मेरी बातों में तो
ज़िक्र है तेरा
तेरी साँसों के इत्र में
डूबा मैं मिला
तेरे इश्क़ से रिहाई होगी ना मेरी
जन्नत का नशा तेरी पनाहों में मिला
तू मिला, तू मिला
सजदे का है सिला
तू मिला, तू मिला...
जब इश्क़ का मौसम आये
मन तुझको पास बुलाये
इक दूजे की बारिश में
हम रूह तक भीगते जाएँ
अक्सर मेरी सर्दियों में
तू है धूप सा
तेरी बाहों में मिले हैं
इक सुकून सा
तेरे इश्क़ से रिहाई...
तेरे होंठों की ये शबनम
मेरे दर्द पे रख दे मरहम
तेरे भीगे-भीगे लफ्ज़ ये
मेरी प्यास बुझाये हरदम
अक्सर मेरी आँखों में तो
अक्स है तेरा
तेरी आँखों में रहूँ
यही जीना है मेरा
तेरे इश्क़ से रिहाई...
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