Movie/Album: ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं (2015)
Music By: अमाल मलिक
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: आतिफ़ असलम
मैं सरफिरा मुसाफ़िर, हवाओं पे चलूँ
यारों का मैं यार हूँ, हाँ हँस के सब से मिलूँ
इन खाली-खाली जेबों में, इरादे बेहिसाब हैं
छोटी-छोटी आँखों में, बड़े-बड़े से ख्वाब हैं
सजा दे मेरी राहें तू
खोल दे अपनी बाहें तू
आ रहा हूँ मैं, ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं...
दिल की सुनी है मैंने तो
दिल की ही मैं सुनूँगा
पागल सा ही जिया हूँ मैं
पागल सा ही जियूँगा
मुझे क्या जीत-हार से
मुझे है प्यार प्यार से
आ रहा हूँ मैं...
उठा दो आसमानों को
उठा दो और भी ऊँचा
मैं अपने पंख तो खोलूँ
मज़ा तो आए उड़ने का
मुझमें हौसला भरा
मुझे तू आज़मा ज़रा
आ रहा हूँ मैं...
Music By: अमाल मलिक
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: आतिफ़ असलम
मैं सरफिरा मुसाफ़िर, हवाओं पे चलूँ
यारों का मैं यार हूँ, हाँ हँस के सब से मिलूँ
इन खाली-खाली जेबों में, इरादे बेहिसाब हैं
छोटी-छोटी आँखों में, बड़े-बड़े से ख्वाब हैं
सजा दे मेरी राहें तू
खोल दे अपनी बाहें तू
आ रहा हूँ मैं, ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं...
दिल की सुनी है मैंने तो
दिल की ही मैं सुनूँगा
पागल सा ही जिया हूँ मैं
पागल सा ही जियूँगा
मुझे क्या जीत-हार से
मुझे है प्यार प्यार से
आ रहा हूँ मैं...
उठा दो आसमानों को
उठा दो और भी ऊँचा
मैं अपने पंख तो खोलूँ
मज़ा तो आए उड़ने का
मुझमें हौसला भरा
मुझे तू आज़मा ज़रा
आ रहा हूँ मैं...
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