Movie/Album: मि. बेचारा (1996)
Music By: आनंद-मिलिंद
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, कुमार सानू
साथी मेरे सुन तो ज़रा
लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा ना हम
तेरी कसम
साथी मेरे सुन...
तूने मुझे देखा सजन
मेरा यौवन खिल गया
मुझे जीवन मिल गया
टूटेगी ना जान-ए-चमन
अब डोरी प्रीत की
तेरे मेरे गीत की
अब तो जिया बस में नहीं
कसमें नहीं रस्में नहीं
खुशियाँ ले के फिर आया मौसम
साथी मेरे सुन...
ऐसा हुआ अपना मिलन
जैसे धरती से गगन
जैसे चंदा से किरण
ऐसे मिले हम दो बदन
जैसे सावन से घटा
जैसे खुशबू से हवा
सपने नए सजने लगे
नग्में नए बजने लगे
अब आओ छेड़ें मिल के सरगम
साथी मेरे सुन...
Music By: आनंद-मिलिंद
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, कुमार सानू
साथी मेरे सुन तो ज़रा
लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा ना हम
तेरी कसम
साथी मेरे सुन...
तूने मुझे देखा सजन
मेरा यौवन खिल गया
मुझे जीवन मिल गया
टूटेगी ना जान-ए-चमन
अब डोरी प्रीत की
तेरे मेरे गीत की
अब तो जिया बस में नहीं
कसमें नहीं रस्में नहीं
खुशियाँ ले के फिर आया मौसम
साथी मेरे सुन...
ऐसा हुआ अपना मिलन
जैसे धरती से गगन
जैसे चंदा से किरण
ऐसे मिले हम दो बदन
जैसे सावन से घटा
जैसे खुशबू से हवा
सपने नए सजने लगे
नग्में नए बजने लगे
अब आओ छेड़ें मिल के सरगम
साथी मेरे सुन...
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