Movie/Album: अग्नि परीक्षा (1981)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: योगेश
Performed By: लता मंगेशकर
आज कोई नहीं अपना, किसे ग़म ये सुनाएँ
तड़प-तड़प कर, यूँ ही घुट-घुट कर
दिल करता है मर जाएँ
आज कोई नहीं अपना...
सुलग-सुलग कर दिन पिघले
आँसुओं में भीगी-भीगी रात ढले
हर पल बिखरी तन्हाई में
यादों की शमा मेरे दिल में जले
तुम ही बतला दो हमें
हम क्या जतन करें, ये शमा कैसे बुझाएँ
आज कोई नहीं अपना...
न हमसफ़र कोई न कारवाँ
ढूँढें कहाँ तेरे क़दमों के निशां
जब से छूटा साथ हमारा
बन गई साँसें बोझ यहाँ
बिछड़ गए जो तुम
किस लिये माँगें हम, फिर जीने की दुआएँ
आज कोई नहीं अपना...
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: योगेश
Performed By: लता मंगेशकर
आज कोई नहीं अपना, किसे ग़म ये सुनाएँ
तड़प-तड़प कर, यूँ ही घुट-घुट कर
दिल करता है मर जाएँ
आज कोई नहीं अपना...
सुलग-सुलग कर दिन पिघले
आँसुओं में भीगी-भीगी रात ढले
हर पल बिखरी तन्हाई में
यादों की शमा मेरे दिल में जले
तुम ही बतला दो हमें
हम क्या जतन करें, ये शमा कैसे बुझाएँ
आज कोई नहीं अपना...
न हमसफ़र कोई न कारवाँ
ढूँढें कहाँ तेरे क़दमों के निशां
जब से छूटा साथ हमारा
बन गई साँसें बोझ यहाँ
बिछड़ गए जो तुम
किस लिये माँगें हम, फिर जीने की दुआएँ
आज कोई नहीं अपना...
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