Movie/Album: साँझ की बेला (1980)
Music By: रवि
Lyrics By: प्रेम धवन
Performed By: मुकेश
मेरी दुनिया को बहारों से सजाया तुमने
जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो
दिल के वीरानों को गुलज़ार बनाया तुमने
जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो
चल रहा था मैं अकेला कोई दमसाज़ न था
बात कहता किसे दिल की कोई हमराज़ न था
बन के हमराज़ भी ये राज़ छिपाया तुमने
जाने तुम कौन हो...
कोई सपना तो नहीं हो जिसे अपना समझा
जान-ए-जाँ समझा जिसे जान-ए-तमन्ना समझा
सामने आ के भी परदा न हटाया तुमने
जाने तुम कौन हो...
खो ना बैठूँ तुम्हें पा के ये ख्याल आता है
जब भी सोचूँ मेरे दिल में ये सवाल आता है
क्यूँ करीब आ के भी नज़रों को चुराया तुमने
जाने तुम कौन हो...
Music By: रवि
Lyrics By: प्रेम धवन
Performed By: मुकेश
मेरी दुनिया को बहारों से सजाया तुमने
जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो
दिल के वीरानों को गुलज़ार बनाया तुमने
जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो, जाने तुम कौन हो
चल रहा था मैं अकेला कोई दमसाज़ न था
बात कहता किसे दिल की कोई हमराज़ न था
बन के हमराज़ भी ये राज़ छिपाया तुमने
जाने तुम कौन हो...
कोई सपना तो नहीं हो जिसे अपना समझा
जान-ए-जाँ समझा जिसे जान-ए-तमन्ना समझा
सामने आ के भी परदा न हटाया तुमने
जाने तुम कौन हो...
खो ना बैठूँ तुम्हें पा के ये ख्याल आता है
जब भी सोचूँ मेरे दिल में ये सवाल आता है
क्यूँ करीब आ के भी नज़रों को चुराया तुमने
जाने तुम कौन हो...
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