Movie/Album: दाग (1973)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर
हवा चले कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने
हवा चले कैसे...
घटा उड़े कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने
थामकर एक पंखड़ी का हाथ चुपके-चुपके
फूल से तितली ने की क्या बात चुपके-चुपके
आ ज़रा, करें पता, वो शायद दे बता
हवा चले कैसे...
परबतों के सर पे झूमती घटाएँ
डालिओं को छूती ठण्डी हवाएँ
ख़ामोशी की लय पे गाती फ़िज़ाएँ
मस्तियों में डूबी मीठी सदाएँ
कहो कौन भेजे, कौन लाए (कहाँ से आए)
बोलो, कहाँ को जाए
तुम भी सोचो, मैं भी सोचूँ, मिलजुल के बूझें पहेली
हवा चले कैसे...
बोलो बर्फ की चादर किसने डाली है
बोलो धुंध में ये धूप किसने पाली है
कैसे मीठे सपनों का जादू चलता है
कैसे सूरज ऊगता है, चन्दा ढलता है
तुमको सब मालूम है टीचर, हमको भी बतलाओ ना
सात समंदर पार है एक सतरंगा संसार
उसका जादूगर सरदार, रखता परियों का दरबार
उसको आते खेल हज़ार, करता सब बच्चों से प्यार
जाने, जाने, जाने वो ही जाने
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर
हवा चले कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने
हवा चले कैसे...
घटा उड़े कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने
थामकर एक पंखड़ी का हाथ चुपके-चुपके
फूल से तितली ने की क्या बात चुपके-चुपके
आ ज़रा, करें पता, वो शायद दे बता
हवा चले कैसे...
परबतों के सर पे झूमती घटाएँ
डालिओं को छूती ठण्डी हवाएँ
ख़ामोशी की लय पे गाती फ़िज़ाएँ
मस्तियों में डूबी मीठी सदाएँ
कहो कौन भेजे, कौन लाए (कहाँ से आए)
बोलो, कहाँ को जाए
तुम भी सोचो, मैं भी सोचूँ, मिलजुल के बूझें पहेली
हवा चले कैसे...
बोलो बर्फ की चादर किसने डाली है
बोलो धुंध में ये धूप किसने पाली है
कैसे मीठे सपनों का जादू चलता है
कैसे सूरज ऊगता है, चन्दा ढलता है
तुमको सब मालूम है टीचर, हमको भी बतलाओ ना
सात समंदर पार है एक सतरंगा संसार
उसका जादूगर सरदार, रखता परियों का दरबार
उसको आते खेल हज़ार, करता सब बच्चों से प्यार
जाने, जाने, जाने वो ही जाने
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