Movie/Album: जॉनी आई लव यू (1982)
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कभी-कभी बेज़ुबान पर्वत बोलते हैं
पर्वतों के बोलने से दिल डोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
सर से मेरे आँचल सरकता है ऐसे
हाथों में ये कंगन खनकता है ऐसे
सीने में मेरा दिल धड़कता है ऐसे
जैसे उड़ने को पंछी पर तोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
अपने ख़यालों से मैं शरमा रही हूँ
मदहोश हूँ होश में नहीं आ रही हूँ
बैठी हूँ डोली में कहीं जा रही हूँ
रस्ते में मेरा घूँघट वो खोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
होंठों पे आ जाएँ अगर दिल की बातें
कैसे छुपाए ये नज़र दिल की बातें
दिल में ही रहती हैं मगर दिल की बातें
लोग प्रेमियों के मन को टटोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कभी-कभी बेज़ुबान पर्वत बोलते हैं
पर्वतों के बोलने से दिल डोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
सर से मेरे आँचल सरकता है ऐसे
हाथों में ये कंगन खनकता है ऐसे
सीने में मेरा दिल धड़कता है ऐसे
जैसे उड़ने को पंछी पर तोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
अपने ख़यालों से मैं शरमा रही हूँ
मदहोश हूँ होश में नहीं आ रही हूँ
बैठी हूँ डोली में कहीं जा रही हूँ
रस्ते में मेरा घूँघट वो खोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
होंठों पे आ जाएँ अगर दिल की बातें
कैसे छुपाए ये नज़र दिल की बातें
दिल में ही रहती हैं मगर दिल की बातें
लोग प्रेमियों के मन को टटोलते हैं
कभी-कभी बेज़ुबान...
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