Movie/Album: साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 (2018)
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सुनिधि चौहान, शान
सदियों से दिल को थामे
सदियों से दिल को हारे
तुम तक सफ़र किया है
ऐ हुज़ूर
अब जा के राह निकली
अब जा के आह निकली
तुम तक पहुँच के दिल को
मिल गया है सुकूँ
बसने दे, तेरी बाहों में
मुझको सोने दे
ऐ हुज़ूर
हँसने दे, तेरी बाहों में
मुझको रोने दे
ऐ हुज़ूर
कह रही, है चाँद की बाली
ये तारों की जाली, झूम रे
हाँ कह रहा, ये आँखों का प्याला
होंठों की प्याली, चूम ले
डबडबाती नज़र, का है ऐसा असर
तुम तक पहुँच के दिल को
मिल गया अपना घर
बसने दे, तेरी बाहों में...
शुक्रिया, करूँ मैं खुदा का
दिखाया तुम्हारा, रास्ता
भूल के, कहानी पुरानी
बनाएँ सुहानी, दास्ताँ
गोद में रख के सर
मैं बिता दूँ उमर
तुम तक पहुँच के...
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सुनिधि चौहान, शान
सदियों से दिल को थामे
सदियों से दिल को हारे
तुम तक सफ़र किया है
ऐ हुज़ूर
अब जा के राह निकली
अब जा के आह निकली
तुम तक पहुँच के दिल को
मिल गया है सुकूँ
बसने दे, तेरी बाहों में
मुझको सोने दे
ऐ हुज़ूर
हँसने दे, तेरी बाहों में
मुझको रोने दे
ऐ हुज़ूर
कह रही, है चाँद की बाली
ये तारों की जाली, झूम रे
हाँ कह रहा, ये आँखों का प्याला
होंठों की प्याली, चूम ले
डबडबाती नज़र, का है ऐसा असर
तुम तक पहुँच के दिल को
मिल गया अपना घर
बसने दे, तेरी बाहों में...
शुक्रिया, करूँ मैं खुदा का
दिखाया तुम्हारा, रास्ता
भूल के, कहानी पुरानी
बनाएँ सुहानी, दास्ताँ
गोद में रख के सर
मैं बिता दूँ उमर
तुम तक पहुँच के...
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