Movie/Album: कारवाँ (2018)
Music By: प्रतीक कुहाड़
Lyrics By: प्रतीक कुहाड़
Performed By: प्रतीक कुहाड़
मैं, कदम कदम
बदलता हूँ यहीं
ये ज़िन्दगी बदलती ही नहीं
है लफ़्ज़ों की कमी
मैं, इधर-उधर फिसलता ही रहा
ये मन कभी संभलता ही नही
हूँ यादों में छुपा
ये शाम कैसे रंग सी है
उड़ती उतरती पतंग सी है
मैं कल की बाहों में हूँ फँसा
ये वक़्त भी मुझे भुला गया
मैं, घड़ी-घड़ी बेखबर ही था
क्या राज़ मेरे दिल में है छुपा
है नाम क्या मेरा
क्यूँ, सवालों की लहर मुझे मिली
मैं घुल गया समय की आग थी
ये नज़में भी घुल गये
ये रास्ते क्यों अलग से हैं
लिखते टहलते कलम से हैं
मैं कल की साँसों में हूँ छुपा
ये वक़्त भी मुझे...
ये शाम कैसे रंग सी है...
Music By: प्रतीक कुहाड़
Lyrics By: प्रतीक कुहाड़
Performed By: प्रतीक कुहाड़
मैं, कदम कदम
बदलता हूँ यहीं
ये ज़िन्दगी बदलती ही नहीं
है लफ़्ज़ों की कमी
मैं, इधर-उधर फिसलता ही रहा
ये मन कभी संभलता ही नही
हूँ यादों में छुपा
ये शाम कैसे रंग सी है
उड़ती उतरती पतंग सी है
मैं कल की बाहों में हूँ फँसा
ये वक़्त भी मुझे भुला गया
मैं, घड़ी-घड़ी बेखबर ही था
क्या राज़ मेरे दिल में है छुपा
है नाम क्या मेरा
क्यूँ, सवालों की लहर मुझे मिली
मैं घुल गया समय की आग थी
ये नज़में भी घुल गये
ये रास्ते क्यों अलग से हैं
लिखते टहलते कलम से हैं
मैं कल की साँसों में हूँ छुपा
ये वक़्त भी मुझे...
ये शाम कैसे रंग सी है...
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