Movie/Album: हीरा पन्ना (1973)
Music By: राहुल देव बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार
(हाँ, ज़रा हँस के
ज़रा और खिलखिला के
स्टेडी प्लीज़)
मैं तस्वीर उतारता हूँ
बिखरी हुई हसीनों की
ज़ुल्फ़ें सँवारता हूँ
फिर ज़ुल्फ़ों के साये में
मैं रातें गुज़ारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
कोई हसीना कितनी भी मग़रूर हो
हुस्न की दुनिया में कितनी मशहूर हो
मस्ती में चूर हो, पास हो के दूर हो
दौड़ी चली आती है
मैं जिसको पुकारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
चाँद की भी ना पड़ी जिन पे किरण
मैंने देखे उन हसीनों के बदन
मेरा ऐसा है चलन
जान-ए-जाँ, ओ जान-ए -मन
तोड़ के सारे परदे
मैं सब को निहारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
थक के साहिल पे समन्दर सो गया
याद तेरी आ गयी मैं खो गया
ये गया, मैं वो गया
ये मुझे क्या हो गया
नाम तेरा लेता हूँ
मैं जिसको पुकारता हूँ
Music By: राहुल देव बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार
(हाँ, ज़रा हँस के
ज़रा और खिलखिला के
स्टेडी प्लीज़)
मैं तस्वीर उतारता हूँ
बिखरी हुई हसीनों की
ज़ुल्फ़ें सँवारता हूँ
फिर ज़ुल्फ़ों के साये में
मैं रातें गुज़ारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
कोई हसीना कितनी भी मग़रूर हो
हुस्न की दुनिया में कितनी मशहूर हो
मस्ती में चूर हो, पास हो के दूर हो
दौड़ी चली आती है
मैं जिसको पुकारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
चाँद की भी ना पड़ी जिन पे किरण
मैंने देखे उन हसीनों के बदन
मेरा ऐसा है चलन
जान-ए-जाँ, ओ जान-ए -मन
तोड़ के सारे परदे
मैं सब को निहारता हूँ
मैं तस्वीर उतारता हूँ...
थक के साहिल पे समन्दर सो गया
याद तेरी आ गयी मैं खो गया
ये गया, मैं वो गया
ये मुझे क्या हो गया
नाम तेरा लेता हूँ
मैं जिसको पुकारता हूँ
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