Movie/Album: फ़िलहाल (2002)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आशा भोंसले
ऐ ज़िन्दगी, ये लम्हाँ जी लेने दे
हो पहले से लिखा, कुछ भी नहीं
रोज़ नया कुछ, लिखती है तू
जो भी लिखा है, दिल से जिया है
ये लम्हाँ फ़िलहाल जी लेने दे
ये लम्हाँ फ़िलहाल जी लेने दे
मासूम-सी हँसी, बेवजह ही कभी
होंठों पे खिल जाती है
अनजान-सी ख़ुशी, बहती हुई कभी
साहिल पे मिल जाती है
ये अनजाना-सा डर, अजनबी है मगर
खूबसूरत है जी लेने दे
ये लम्हाँ...
दिल ही में रहता है, आँखों में बहता है
कच्चा-सा एक ख़्वाब है
लगता सवाल है, शायद जवाब है
दिल फिर भी बेताब है
ये सुकून है तो है, ये जूनूँ है तो है
खूबसूरत है जी लेने दे
ये लम्हाँ...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आशा भोंसले
ऐ ज़िन्दगी, ये लम्हाँ जी लेने दे
हो पहले से लिखा, कुछ भी नहीं
रोज़ नया कुछ, लिखती है तू
जो भी लिखा है, दिल से जिया है
ये लम्हाँ फ़िलहाल जी लेने दे
ये लम्हाँ फ़िलहाल जी लेने दे
मासूम-सी हँसी, बेवजह ही कभी
होंठों पे खिल जाती है
अनजान-सी ख़ुशी, बहती हुई कभी
साहिल पे मिल जाती है
ये अनजाना-सा डर, अजनबी है मगर
खूबसूरत है जी लेने दे
ये लम्हाँ...
दिल ही में रहता है, आँखों में बहता है
कच्चा-सा एक ख़्वाब है
लगता सवाल है, शायद जवाब है
दिल फिर भी बेताब है
ये सुकून है तो है, ये जूनूँ है तो है
खूबसूरत है जी लेने दे
ये लम्हाँ...
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