Movie/Album: नोटबुक (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: सलमान खान
मैं तारे तोड़ के लाऊँ
मेरे इतने लम्बे हाथ नहीं
मैं तारे...
सब के जैसा हूँ मैं भी
कोई मुझमें अलग सी बात नहीं
हाँ मुझमें अलग सी बात नहीं
दिल फिर भी चुपके से
ये पूछ रहा तुमसे
तुम मुझसे ऐ प्यार करोगी क्या
दिल फिर भी...
सपनों में मेरे अजनबी
धीरे से दाखिल हो कभी
गलियों गलियों तेरा किस्सा आम है
सारे चनारों पे लिखा
सारे बहारों पे लिखा
आयत आयत जैसा तेरा नाम है
सपना ये सच कर पाऊँ
मेरे ऐसे तो हालात नहीं
सब के जैसा हूँ मैं भी...
रेशा-रेशा तुझको बुनता हूँ
केसर-केसर तुझको चुनता हूँ
बस एक वहम है यार
मीठा सा भरम है तू
अफवाहें ये भी मैं सुनता हूँ
दिल फिर भी...
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: सलमान खान
मैं तारे तोड़ के लाऊँ
मेरे इतने लम्बे हाथ नहीं
मैं तारे...
सब के जैसा हूँ मैं भी
कोई मुझमें अलग सी बात नहीं
हाँ मुझमें अलग सी बात नहीं
दिल फिर भी चुपके से
ये पूछ रहा तुमसे
तुम मुझसे ऐ प्यार करोगी क्या
दिल फिर भी...
सपनों में मेरे अजनबी
धीरे से दाखिल हो कभी
गलियों गलियों तेरा किस्सा आम है
सारे चनारों पे लिखा
सारे बहारों पे लिखा
आयत आयत जैसा तेरा नाम है
सपना ये सच कर पाऊँ
मेरे ऐसे तो हालात नहीं
सब के जैसा हूँ मैं भी...
रेशा-रेशा तुझको बुनता हूँ
केसर-केसर तुझको चुनता हूँ
बस एक वहम है यार
मीठा सा भरम है तू
अफवाहें ये भी मैं सुनता हूँ
दिल फिर भी...
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