Movie/Album: इश्क विश्क (2003)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अलीशा चिनाय, कुमार सानू
चोट दिल पे लगी
प्यार होने लगा
वो अजनबी मेरे दिल को
भला-भला सा लगा
हम दीवानों की तो
अब यही है दुआ
सारी उमर चाहतों का
चलता रहे सिलसिला
जब हुआ सामना, हम दिल दे बैठे
इश्क की बेखुदी, हम तो ले बैठे
पलकों के पीछे से, तूने क्या कह डाला
दीवाना मैं बना
वो मेरा मस्ताना आशिक
कुछ मनचला सा लगा
सारी उमर चाहतों...
नींद में ख्वाब में, चुपके से आता है
हर घड़ी वो मेरा, चैन चुराता है
बाहों के घेरे में, अब मुझको रहने दे
छूने दे लब ज़रा
ये बेक़रारी का मौसम
धुआं-धुआं सा लगा
सारी उमर चाहतों...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अलीशा चिनाय, कुमार सानू
चोट दिल पे लगी
प्यार होने लगा
वो अजनबी मेरे दिल को
भला-भला सा लगा
हम दीवानों की तो
अब यही है दुआ
सारी उमर चाहतों का
चलता रहे सिलसिला
जब हुआ सामना, हम दिल दे बैठे
इश्क की बेखुदी, हम तो ले बैठे
पलकों के पीछे से, तूने क्या कह डाला
दीवाना मैं बना
वो मेरा मस्ताना आशिक
कुछ मनचला सा लगा
सारी उमर चाहतों...
नींद में ख्वाब में, चुपके से आता है
हर घड़ी वो मेरा, चैन चुराता है
बाहों के घेरे में, अब मुझको रहने दे
छूने दे लब ज़रा
ये बेक़रारी का मौसम
धुआं-धुआं सा लगा
सारी उमर चाहतों...
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