Movie/Album: डॉन (2006)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण, शाहरुख खान
अरे तुमका का बताई भईया
हमरा हाल का है
(बताई देव, बताई देव)
निकले थे हम हलवा खाने
मुँह ही जल गया है
का तुमका बताई
अब का समझाई
बड़ी दुर्घटना है
मुस्किल बचना है
चला ऐसा चक्कर
उठी ऐसी आंधी
पड़ी हमका करनी
बड़ी कूदा फांदी
बड़ी लंबी चौड़ी (जय हो)
हुई भागा दौड़ी (जय हो)
दिन रात जो हमने
जाग-जाग की ऐसी भागम भाग
कि हम कभी हियाँ गए
कभी हुवाँ गए
कभी हियाँ गए, कभी हुवाँ गए
कभी इधर भगे, कभी उधर भगे
फिर तुमने दिया ये पान
तो आई हमरी जान में जान
तो आई हमरी जान में जान
तो आई हमरी जान में जान
ओ खइके पान बनारस वाला
खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
हो खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
फिर तो अइसा करे धमाल
सीधी कर दे सबकी चाल
हो छोरा, हो छोरा
हो छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
अरे राम दुहाई
कैसे चक्कर में पड़ गया हाय हाय हाय
कहा जान फँसाई
मैं तो सूली पे चढ़ गया हाय हाय
कैसा सीधा साधा
मैं कैसा भोला भाला, हाँ हाँ
अरे कैसा सीधा सीधा
मैं कैसा भोला भाला
जाने कौन घड़ी में पड़ गया
पढ़े लिखो से पला
मीठी छूरी से
मीठी छूरी से हुआ हलाल
छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
खइके पान बनारस वाला...
इक नार नवेली बड़ी अलबेली करे अठखेली
उसकी बड़ी है धूम है ऐसी मन भावन
सब देखे उसको पलट पलट और घूम घूम
वो नगर-नगर जाए डगर-डगर
और अंग-अंग में ज्योति चमके जगर-जगर
सुन्दर बाला पलकों में लिए
एक स्वप्न लोक अधरों में लिए
यौवन हाला
इठलाती है बलखाती है
तन का चन्दन वो
छलक-छलक छलकती है
वो नैन द्वार से तन में आ के
मन में ज्वाला जगाती है
वो चंद्रमुखी है, वो मृगनयनी है
वो चंद्रमुखी है (वाह भाई वाह)
वो मृगनयनी है (वाह भाई वाह)
वो रूपवती है (वाह भाई वाह)
वो मधुमती है (वाह भाई वाह)
धिन ताक धिन ताक धिन ताक हाँ
इक कन्या कुंवारी
हमरी सूरत पे मर गई हाय हाय हाय
इक मीठी कटारी
हमरे दिल में उतर गई हाय हाय
कैसी गोरी गोरी
ओ तीखी तीखी छोरी वाह वाह
अरे कैसी गोरी गोरी
वो तीखी तीखी छोरी
कर के जोरा जोरी
कर गई हमरे दिल की चोरी
मिली छोरी तो
मिली छोरी तो हुआ निहाल
छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
ओ खइके पान बनारस वाला...
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण, शाहरुख खान
अरे तुमका का बताई भईया
हमरा हाल का है
(बताई देव, बताई देव)
निकले थे हम हलवा खाने
मुँह ही जल गया है
का तुमका बताई
अब का समझाई
बड़ी दुर्घटना है
मुस्किल बचना है
चला ऐसा चक्कर
उठी ऐसी आंधी
पड़ी हमका करनी
बड़ी कूदा फांदी
बड़ी लंबी चौड़ी (जय हो)
हुई भागा दौड़ी (जय हो)
दिन रात जो हमने
जाग-जाग की ऐसी भागम भाग
कि हम कभी हियाँ गए
कभी हुवाँ गए
कभी हियाँ गए, कभी हुवाँ गए
कभी इधर भगे, कभी उधर भगे
फिर तुमने दिया ये पान
तो आई हमरी जान में जान
तो आई हमरी जान में जान
तो आई हमरी जान में जान
ओ खइके पान बनारस वाला
खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
हो खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
फिर तो अइसा करे धमाल
सीधी कर दे सबकी चाल
हो छोरा, हो छोरा
हो छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
अरे राम दुहाई
कैसे चक्कर में पड़ गया हाय हाय हाय
कहा जान फँसाई
मैं तो सूली पे चढ़ गया हाय हाय
कैसा सीधा साधा
मैं कैसा भोला भाला, हाँ हाँ
अरे कैसा सीधा सीधा
मैं कैसा भोला भाला
जाने कौन घड़ी में पड़ गया
पढ़े लिखो से पला
मीठी छूरी से
मीठी छूरी से हुआ हलाल
छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
खइके पान बनारस वाला...
इक नार नवेली बड़ी अलबेली करे अठखेली
उसकी बड़ी है धूम है ऐसी मन भावन
सब देखे उसको पलट पलट और घूम घूम
वो नगर-नगर जाए डगर-डगर
और अंग-अंग में ज्योति चमके जगर-जगर
सुन्दर बाला पलकों में लिए
एक स्वप्न लोक अधरों में लिए
यौवन हाला
इठलाती है बलखाती है
तन का चन्दन वो
छलक-छलक छलकती है
वो नैन द्वार से तन में आ के
मन में ज्वाला जगाती है
वो चंद्रमुखी है, वो मृगनयनी है
वो चंद्रमुखी है (वाह भाई वाह)
वो मृगनयनी है (वाह भाई वाह)
वो रूपवती है (वाह भाई वाह)
वो मधुमती है (वाह भाई वाह)
धिन ताक धिन ताक धिन ताक हाँ
इक कन्या कुंवारी
हमरी सूरत पे मर गई हाय हाय हाय
इक मीठी कटारी
हमरे दिल में उतर गई हाय हाय
कैसी गोरी गोरी
ओ तीखी तीखी छोरी वाह वाह
अरे कैसी गोरी गोरी
वो तीखी तीखी छोरी
कर के जोरा जोरी
कर गई हमरे दिल की चोरी
मिली छोरी तो
मिली छोरी तो हुआ निहाल
छोरा गंगा किनारे वाला
हो छोरा गंगा किनारे वाला
ओ खइके पान बनारस वाला...
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