Movie/Album: ढोल (2007)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: शान, विजय येसुदास
भीगा आसमाँ, शहनाई दिल मेरा
सूनी राहों पे, क्या ढूँढे भला
धुआँ ही धुआँ, बाहों के दरमियाँ
सूनी राहों पे, क्या ढूँढे भला
हाँ मोहब्बत में दिल गाने लगा
चाहतों का मज़ा आने लगा
ढूँढे इश्क-इश्क ये
अरमाँ हैं जगे-जगे
जैसे जीने की हसरत जगे
कोई साथ-साथ हो
फिर तो यूँ लगे-लगे
जैसे हाथों में जन्नत लगे
यूँ ही पलकों-पलकों की छाँव में
यूँ ही महकी-महकी सी राहों में
यूँ ही सपनों-सपनों की बाहों में
दिल ये देखो चला
हाँ मोहब्बत में...
रोके वक्त-वक्त को
दिल तो यूँ कहे-कहे
मानो मेरी ही चाहत कहे
ना हो फ़र्क-फ़र्क सा
दो दिल यूँ रहे-रहे
जैसे सीने में राहत रहे
छूने उजले-उजले सितारों को
छूने छलके-छलके किनारों को
छूने ठहरी-ठहरी बहारों को
दिल ये देखो चला
हाँ मोहब्बत में...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: शान, विजय येसुदास
भीगा आसमाँ, शहनाई दिल मेरा
सूनी राहों पे, क्या ढूँढे भला
धुआँ ही धुआँ, बाहों के दरमियाँ
सूनी राहों पे, क्या ढूँढे भला
हाँ मोहब्बत में दिल गाने लगा
चाहतों का मज़ा आने लगा
ढूँढे इश्क-इश्क ये
अरमाँ हैं जगे-जगे
जैसे जीने की हसरत जगे
कोई साथ-साथ हो
फिर तो यूँ लगे-लगे
जैसे हाथों में जन्नत लगे
यूँ ही पलकों-पलकों की छाँव में
यूँ ही महकी-महकी सी राहों में
यूँ ही सपनों-सपनों की बाहों में
दिल ये देखो चला
हाँ मोहब्बत में...
रोके वक्त-वक्त को
दिल तो यूँ कहे-कहे
मानो मेरी ही चाहत कहे
ना हो फ़र्क-फ़र्क सा
दो दिल यूँ रहे-रहे
जैसे सीने में राहत रहे
छूने उजले-उजले सितारों को
छूने छलके-छलके किनारों को
छूने ठहरी-ठहरी बहारों को
दिल ये देखो चला
हाँ मोहब्बत में...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...