Movie/Album: समाधि (1972)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोंसले
जब तक रहे तन में जिया
वादा रहा, ओ साथिया
हम तुम्हारे लिये तुम हमारे लिये
हम तुम्हारे लिये तुम हमारे लिये
धूप लगेगी जब जब तुमको सजना
ओ डारूँगी मैं आँचल की छैयाँ
साँझ पड़े जब थक जाओगे बलमा
ओ वारूँगी मैं गोरी गोरी बैयाँ
डोलूँगी बन के चाँदनी मैं तेरे अँगना
जब तक रहे तन में जिया...
सारी जनम को अब तो अपने तन पे हाँ
ओ ओढ़ी चुनरिया मैंने साजन की
खिली रहे मुस्कान तेरी फिर चाहे
ओ लुट जाये बगिया मेरे जीवन की
मैं जीवन छोड़ दूँ, छोड़ूँ न, मैं तेरी गलियाँ
जब तक रहे तन में जिया...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोंसले
जब तक रहे तन में जिया
वादा रहा, ओ साथिया
हम तुम्हारे लिये तुम हमारे लिये
हम तुम्हारे लिये तुम हमारे लिये
धूप लगेगी जब जब तुमको सजना
ओ डारूँगी मैं आँचल की छैयाँ
साँझ पड़े जब थक जाओगे बलमा
ओ वारूँगी मैं गोरी गोरी बैयाँ
डोलूँगी बन के चाँदनी मैं तेरे अँगना
जब तक रहे तन में जिया...
सारी जनम को अब तो अपने तन पे हाँ
ओ ओढ़ी चुनरिया मैंने साजन की
खिली रहे मुस्कान तेरी फिर चाहे
ओ लुट जाये बगिया मेरे जीवन की
मैं जीवन छोड़ दूँ, छोड़ूँ न, मैं तेरी गलियाँ
जब तक रहे तन में जिया...
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