Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: शमीम करहानी
Performed By: चित्रा सिंह, जगजीत सिंह
फ़ासिला तो है मगर, कोई फ़ासिला नहीं
मुझ से तुम जुदा सही, दिल से तो जुदा नहीं
फ़ासिला तो है मगर...
आसमाँ की फ़िक्र क्या, आसमाँ ख़फ़ा सही
आप ये बताइए, आप तो ख़फ़ा नहीं
कश्तियाँ नहीं तो क्या, हौसले तो पास हैं
कह दो ना ख़ुदाओं से, तुम कोई ख़ुदा नहीं
लीजिए बुला लिया, आपको ख्याल में
अब तो देखिए हमें, कोई देखता नहीं
आइए चराग़-ए-दिल, आज ही जलाएँ हम
कैसी कल हवा चले, कोई जानता नहीं
फ़ासिला तो है मगर...
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