Music By: अभिषेक अरोड़ा
Lyrics By: पुनीत शर्मा
Performed By: पीयूष मिश्रा
जूतम फेंक, जूतम फेंक, जूतम फेंक
हुई ज़िंदगी
रे जूतम फेंक, जूतम फेंक, जूतम फेंक
हुई ज़िंदगी
ना जाने क्या मन में आई
ऊपर वाले ने
बनवाई हर एक चूहे की
बिल्ली एक
अरे हाए, जूतम फेंक
जीवन धक्का धक्की है
एकदम मुक्का मुक्की है
तू गेहूँ की बोरी है
तो ये आटे की चक्की है
जीवन धक्का धक्की है...
हर इक चूहे की बिल्ली एक
हर इक डंडे की गिल्ली एक
हर इक गोभी की इल्ली एक
हर इक ताबूत की खिल्ली एक
टंटे ऊपर टंटे थे
हम ऑमलेट हैं अंडे थे
अरे जो भी आया बजा गया वो
हम मंदिर के घंटे थे
जूतम फेंक जूतम फेंक जूतम फेंक
हुई ज़िंदगी
ना जाने क्या मन में आई...
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