Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: जोनिता गाँधी, हृदय गट्टानी
तुम न हुए मेरे तो क्या
तुम न हुए मेरे तो क्या
मैं तुम्हारा, मैं तुम्हारा
मैं तुम्हारा रहा
मेरे चंदा मैं तुम्हारा सितारा रहा
रिश्ता रहा बस रेत का
ऐ समंदर मैं तुम्हारा किनारा रहा
मैं तुम्हारा मैं तुम्हारा, तुम्हारा रहा
तुम ना हुए मेरे तो क्या
तू ही पहली गुज़ारिश
हसरत भी तू आख़री
माही मेरे मसीहा
मर्ज़ी बता क्या तेरी
मैं तुम्हारा मैं तुम्हारा...
मैं जाड़ों के महीने की तरह
और तुम हो पश्मीने की तरह
मैं दीवारों की तरह हूँ
तुम जैसे हो दरीचा
मैं बगीचा जो तुम ने सींचा
तुम ना हुए मेरे तो क्या
तुम ना हुए मेरे तो क्या
मैं तुम्हारा मैं तुम्हारा...
रिश्ता रहा बस रेत का...
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