Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: ज्योति नूरान
खुदी को कर बुलंद इतना
के हर तकदीर से पहले
खुदा बंदे से खुद पूछे
बता तेरी रज़ा क्या है
हो टुर्जा टुर्जा टुर्जा
तू ना डरना कभी
ना घबरना कभी
हो लैजा लैजा लैजा
तू उखाड़ के ज़मीं
हो फुर्जा फुर्जा फुर्जा
तू ना रुकना कभी
तू ना झुकना कभी
जी ले जी ले जी ले
अपनी जिंदड़ी
होए मार छड़प्पा
होए चाँद पे चढ़ जा
हो उड़ जा उड़ जा उड़ जा उड़ जा
बण के असमाण दी परी
हो उड़ जा उड़ जा उड़ जा उड़ जा
बण के असमाण दी परी
खुदी को कर बुलंद इतना
के हर तकदीर से पहले
खुदा रुककर ये खुद पूछे
बता क्या चाहिए बंदे
खुदी को कर बुलंद इतना
के हर तकदीर से पहले
खुदा रुककर ये खुद पूछे
बता क्या चाहिए बंदे
हो तोड़ दे रे दरवज्जे
हो जोड़ दे रे सारे छज्जे
हो तोड़ दे रे दरवज्जे
हो जोड़ दे रे सारे छज्जे
हो अड़ जा लड़ जा छड़ जा
आजा चक दे तू काँच के छट्टे
हो काट दे रे तू कन्नी
हो छोड़ दे रे तू छन्नी
हो अड़ जा लड़ जा छड़ जा
आजा चक दे तू चाँद की हदें
हो टुर्जा टुर्जा टुर्जा
तू ना थमना कभी
तू ना थकना कभी
लैजा लैजा लैजा
तू उखाड़ के ज़मीं
हो फुर्जा फुर्जा फुर्जा
तू ना मुड़ना कभी
ना पलटना कभी
कर ले कर ले कर ले
मर्ज़ी जो तेरी
होए मार छड़प्पा...
खुदी को कर बुलंद इतना...
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