Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: विशाल मिश्रा, कौशल किशोर
Performed By: विशाल मिश्रा
दिल की बातों के मारे हुए हैं
इश्क़ में हम तो हारे हुए हैं
अपने ही घर में हैं भटके हुए
हाए कितने बेचारे हुए हैं
कैसे हँसते थे, हम कैसे रोने लगे
हाल क्या कर दिया, ये तेरे प्यार ने
कैसे हँसते थे हम...
सीने में जिनके हम, दिल बन के रहते थे
क्या-क्या वो कहते थे, अब क्या कहें
रस्तों पे मेरी जो, पलकें बिछाते थे
रस्ते पे वो हमको, छोड़ चले
जैसे डूबे किनारे हुए हैं
हम तो टूटे सितारे हुए हैं
तेरे सितम ले के, फिरते हैं हम
तेरे गम के सँवारे हुए हैं
जीते-जीते सनम लाश होने लगे
यूँ तबाह कर दिया है तेरे प्यार ने
कैसे हँसते थे हम...
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