Music By: रोचक कोहली, अमर-उत्पल
Lyrics By: मनोज मुंतशिर, माया गोविंद
Performed By: जुबिन नौटियाल
राँझों से उनकी हीरें
बिछड़ेंगी कितनी बार
ऐ काश अब किसी को
हो ना किसी से प्यार
दुनिया बनाने वाले
तूने ये क्या किया
जो दिल दिया था तूने
तो फिर दर्द क्यूँ दिया
आँसू की तरह इक दिन
आँसू की तरह इक दिन
तू आँखों से गुज़र के देख
ओ आसमान वाले
ज़मीं पर उतर के देख
ओ आसमान वाले
ज़मीं पर उतर के देख
होती है क्या जुदाई
ये तू भी बिछड़ के देख
ओ आसमान वाले...
तेरे मेरे दरमियाँ है
ओ खुदाया फर्क कितना
तुझे क्या पता की यादें
देती हैं दर्द कितना
सीने पे कब तड़प के
रखा है हाथ तूने
मेरी तरह कब गुज़ारी
रो-रो के रात तूने
मेरे दिल के जैसे एक दिन
मेरे दिल के जैसे एक दिन
टुकड़ों में बिखर के देख
ओ आसमान वाले...
टूटे कितने तारे
छूटे कितने लोग
कितनो को ले के डूबा
ये इश्क़ वाला रोग
कितने ही साये तूने
जिस्मों से किये दूर
कितने दिलों के शीशे
तूने किए हैं चूर
रो देंगी तेरी आँखें
रो देंगी तेरी आँखें
गिनती तो कर के देख
ओ आसमान वाले...
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