Movie/Album: जब जब फूल खिले (1965)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
ये समां, समां है ये प्यार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुरा ले कहीं मेरा
मौसम बहार का
बसने लगे आँखों में, कुछ ऐसे सपने
कोई बुलाये जैसे, नैनों से अपने
ये समां, समां है दीदार का
किसी के इंतज़ार का...
मिल के ख़यालों में ही, अपने बलम से
नींद गंवाई अपनी, मैंने कसम से
ये समां, समां है खुमार का,
किसी के इंतज़ार का...
मैं तो हूँ सपनों के राजा की रानी
सच हो न जाये ये झूठी कहानी
ये समां, समां है इकरार का
किसी के इंतज़ार का...
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
ये समां, समां है ये प्यार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुरा ले कहीं मेरा
मौसम बहार का
बसने लगे आँखों में, कुछ ऐसे सपने
कोई बुलाये जैसे, नैनों से अपने
ये समां, समां है दीदार का
किसी के इंतज़ार का...
मिल के ख़यालों में ही, अपने बलम से
नींद गंवाई अपनी, मैंने कसम से
ये समां, समां है खुमार का,
किसी के इंतज़ार का...
मैं तो हूँ सपनों के राजा की रानी
सच हो न जाये ये झूठी कहानी
ये समां, समां है इकरार का
किसी के इंतज़ार का...
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