Movie/Album: जुअल थीफ (1967)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोंसले
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
आईने की नज़र में ऐसी मस्ती कहाँ है
मस्ती मेरी नज़र की इतनी सस्ती कहाँ है
बैठे हैं क्या...
ये लब हम क्यूँ छू ले, यूँ ही आहें भरें क्या
हमसे भी खूबसूरत तुम हो हम भी करें क्या
बैठें हैं क्या...
बीती है रात कितनी, ये सब कुछ भूल जायें
जलती शम्में बुझा के आओ हम दिल जलायें
बैठें हैं क्या...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोंसले
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
आईने की नज़र में ऐसी मस्ती कहाँ है
मस्ती मेरी नज़र की इतनी सस्ती कहाँ है
बैठे हैं क्या...
ये लब हम क्यूँ छू ले, यूँ ही आहें भरें क्या
हमसे भी खूबसूरत तुम हो हम भी करें क्या
बैठें हैं क्या...
बीती है रात कितनी, ये सब कुछ भूल जायें
जलती शम्में बुझा के आओ हम दिल जलायें
बैठें हैं क्या...
ज्वेल थीफ का ये गाना बिलकुल ध्यान नहीं आ रहा...
ReplyDeletebeautiful song.. bol padhkar ise sunne ka man kar gaya...
ReplyDeleteprathamprayaas.blogspot.in-