Movie/Album: ज़माने को दिखाना है (1982)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मो.रफ़ी, आशा भोंसले
पूछो ना यार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ
तुमपे हम मर मिटे हैं अभी से
जाने हमारा आगे क्या होगा
आशा
हमको मिल गयी, दुनिया प्यार की
माना हो गए, तुम मेरे अपने
फिर भी ये सवाल, दिल में ये ख़याल
ना हो ये कहीं, दूर के सपने
ये अब के बार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
अपने पास क्या, अरमां के सिवा
यूँ तो मैं तुम्हें और क्या दूंगी
जो भी हैं मेरा, मैं और मेरा प्यार
तुमपे एक बार, सब लूटा दूंगी
चाहोगे तो मैं, देखूंगी तुम्हें
कह दोगे तो फिर, सर झूका लूंगी
हाय दिलदार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
रफ़ी
छोडो जाने जां, तुम भी हो कहाँ
घबराते नहीं, हम ज़माने से
देखो तो इधर, किसका है जिगर
उलझे आप के, इस दीवाने से
उलझे हजार क्या हुआ
ऐ मेरे प्यार क्या हुआ
अपनी खुशी होगी, ये ज़िन्दगी होगी
इसके सिवा और आगे क्या होगा
तुमने प्यार से हमको एक बार
कह डाला है यार तो निभा देना
इतना बेक़रार कोई भी नहीं
देखो मेरा हाल, देखते हो ना
देखो ना यार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
दिल पे था हमें, कितना ऐतबार
तुमसे क्या कहें, हम ये अफसाना
कोई गुलबदन, कोई नाज़नीं
कर सकता नहीं, हमको दीवाना
वो ऐतबार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मो.रफ़ी, आशा भोंसले
पूछो ना यार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ
तुमपे हम मर मिटे हैं अभी से
जाने हमारा आगे क्या होगा
आशा
हमको मिल गयी, दुनिया प्यार की
माना हो गए, तुम मेरे अपने
फिर भी ये सवाल, दिल में ये ख़याल
ना हो ये कहीं, दूर के सपने
ये अब के बार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
अपने पास क्या, अरमां के सिवा
यूँ तो मैं तुम्हें और क्या दूंगी
जो भी हैं मेरा, मैं और मेरा प्यार
तुमपे एक बार, सब लूटा दूंगी
चाहोगे तो मैं, देखूंगी तुम्हें
कह दोगे तो फिर, सर झूका लूंगी
हाय दिलदार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
रफ़ी
छोडो जाने जां, तुम भी हो कहाँ
घबराते नहीं, हम ज़माने से
देखो तो इधर, किसका है जिगर
उलझे आप के, इस दीवाने से
उलझे हजार क्या हुआ
ऐ मेरे प्यार क्या हुआ
अपनी खुशी होगी, ये ज़िन्दगी होगी
इसके सिवा और आगे क्या होगा
तुमने प्यार से हमको एक बार
कह डाला है यार तो निभा देना
इतना बेक़रार कोई भी नहीं
देखो मेरा हाल, देखते हो ना
देखो ना यार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
दिल पे था हमें, कितना ऐतबार
तुमसे क्या कहें, हम ये अफसाना
कोई गुलबदन, कोई नाज़नीं
कर सकता नहीं, हमको दीवाना
वो ऐतबार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ...
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