Movie/Album: वीर (2010)
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: सोनू निगम
कितने रंग आते जाते हैं
आपके दो रुख़सारों पर
एक हया का रंग गुलाबी
धूप चढ़ी कोहसारों पर
कितने रंग आते जाते हैं
आपके दो रुखसारों पर
हर इक अदा मासूम है
हर इक अदा मेहरबाँ
मेहरबानियाँ, हाय मेहरबानियाँ
अजी मेहरबानियाँ, बड़ी मेहरबानियाँ
मेहरबानियाँ...
रात की बात है, बात है मेरे ख्वाब की
आधी रात को हाँ ज़रा-ज़रा सा हल्का, ज़रा-ज़रा छलका
आसमाँ पे रात को, आप थे या पूरा चाँद था
आधी रात को हाँ ज़रा-ज़रा सा हल्का, ज़रा-ज़रा छलका
कितने रंग आते जाते हैं...
मेहरबानियाँ...
किसको होश है, होश है किसको इश्क में
दिल मदहोश है, रे बढ़े आँख कहीं, रे बढ़े पाँव कहीं
मदहोशी में होश है, आप हैं मेरे सामने
अरे मुझको थाम लो ज़रा, रे पड़े आँख कहीं, रे पड़े पाँव कहीं
अरे कितने रंग आते जाते हैं...
मेहरबानियाँ...
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: सोनू निगम
कितने रंग आते जाते हैं
आपके दो रुख़सारों पर
एक हया का रंग गुलाबी
धूप चढ़ी कोहसारों पर
कितने रंग आते जाते हैं
आपके दो रुखसारों पर
हर इक अदा मासूम है
हर इक अदा मेहरबाँ
मेहरबानियाँ, हाय मेहरबानियाँ
अजी मेहरबानियाँ, बड़ी मेहरबानियाँ
मेहरबानियाँ...
रात की बात है, बात है मेरे ख्वाब की
आधी रात को हाँ ज़रा-ज़रा सा हल्का, ज़रा-ज़रा छलका
आसमाँ पे रात को, आप थे या पूरा चाँद था
आधी रात को हाँ ज़रा-ज़रा सा हल्का, ज़रा-ज़रा छलका
कितने रंग आते जाते हैं...
मेहरबानियाँ...
किसको होश है, होश है किसको इश्क में
दिल मदहोश है, रे बढ़े आँख कहीं, रे बढ़े पाँव कहीं
मदहोशी में होश है, आप हैं मेरे सामने
अरे मुझको थाम लो ज़रा, रे पड़े आँख कहीं, रे पड़े पाँव कहीं
अरे कितने रंग आते जाते हैं...
मेहरबानियाँ...
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