Movie/Album: थोड़ी सी बेवफाई (1980)
Music By: खय्याम
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: भूपिंदर सिंह
आज बिछड़े हैं, कल का डर भी नहीं
ज़िन्दगी इतनी मुख्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं...
ज़ख्म दिखते नहीं अभी लेकिन
ठंडे होंगे तो दर्द निकलेगा
तैश उतरेगा वक्त का जब भी
चेहरा अन्दर से ज़र्द निकलेगा
आज बिछड़े हैं...
कहने वालों का कुछ नहीं जाता
सहने वाले कमाल करते हैं
कौन ढूँढे जवाब दर्दों के
लोग तो बस सवाल करते हैं
आज बिछड़े हैं...
कल जो आयेगा जाने क्या होगा
बीत जाए जो कल नहीं आते
वक़्त की शाख तोड़ने वालों
टूटी शाखों पे फल नहीं आते
आज बिछड़े हैं...
कच्ची मिट्टी है दिल भी, इंसां भी
देखने ही में सख़्त लगता है
आँसू पोंछे तो आँसुओं के निशाँ
खुश्क होने में वक़्त लगता है
आज बिछड़े हैं...
Music By: खय्याम
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: भूपिंदर सिंह
आज बिछड़े हैं, कल का डर भी नहीं
ज़िन्दगी इतनी मुख्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं...
ज़ख्म दिखते नहीं अभी लेकिन
ठंडे होंगे तो दर्द निकलेगा
तैश उतरेगा वक्त का जब भी
चेहरा अन्दर से ज़र्द निकलेगा
आज बिछड़े हैं...
कहने वालों का कुछ नहीं जाता
सहने वाले कमाल करते हैं
कौन ढूँढे जवाब दर्दों के
लोग तो बस सवाल करते हैं
आज बिछड़े हैं...
कल जो आयेगा जाने क्या होगा
बीत जाए जो कल नहीं आते
वक़्त की शाख तोड़ने वालों
टूटी शाखों पे फल नहीं आते
आज बिछड़े हैं...
कच्ची मिट्टी है दिल भी, इंसां भी
देखने ही में सख़्त लगता है
आँसू पोंछे तो आँसुओं के निशाँ
खुश्क होने में वक़्त लगता है
आज बिछड़े हैं...
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