बादलों में छुप रहा है - Baadlon Mein Chhup Raha Hai (Alka Yagnik, Kumar Sanu, Phir Teri Kahani Yaad Aayee)

Movie/Album: फिर तेरी कहानी याद आयी (1993)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: क़तील शिफ़ई
Performed By: अल्का याग्निक, कुमार सानू

बादलों में छुप रहा है चाँद क्यूँ
अपने हुस्न की ज़या से पूछ लो
चाँदनी पड़ी हुई है मांद क्यूँ
अपनी ही किसी अदा से पूछ लो
बादलों में छुप रहा...

मेरी हसरतों पे बेख़ुदी-सी छा गयी
तुमको देख कर निग़ाह लड़खड़ा गयी
हो रहा हूँ मैं नशे में चूर क्यों
झूमती हुई फ़ज़ा से पूछ लो
हो रहा है बे-पिये सुरूर क्यों
मेरी ज़ुल्फ़ की घटा से पूछ लो
बादलों में छुप रहा...

दूर मुझसे ग़म है और ख़ुशी करीब है
आज मेरा प्यरा कितना ख़ुशनसीब है
झूमता है मेरा अंग-अंग क्यूँ
अपनी रूह की सदा से पूछ लो
बज रहे हैं दिल में जल-तरंग क्यूँ
गीत छेड़ती हवा से पूछ लो
बादलों में छुप रहा...

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