इधर का माल उधर - Idhar Ka Maal Udhar (Bhupinder Singh, Deewaar)

Movie/Album: दीवार (1975)
Music By: राहुल देव बर्मन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: भूपिंदर सिंह

इधर का माल, उधर का माल
इधर का माल उधर जाता है
उधर का माल, इधर आता है
अरे हम सब जाने, हम सब जाने
अरे हम सब जाने
किधर-किधर कितना गफला हो जाता है
इधर का माल उधर...

ऐ कितना धंधा कानूनी है
कितना धंधा चोरी का
सागर-सागर फैला रहा है
जाल सुनहरी डोरी का
अरे माल पकड़ कर कोई-कोई
कितना माल बनता है
हम सब जाने...

ऐ चोरों से कुतवाल मिले तो
फिर चोरी कब रूकती है
मजदूरों से आँख मिला ते
आँख सभी की झुकती है
कस्टम से नेताओं के घर तक
किसका किससे नाता है
हम सब जाने...
Print Friendly and PDF

No comments :

Post a Comment

यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...