Movie/Album: बिट्टू बॉस (2012)
Music By: राघव सचर
Lyrics By: कुमार
Performed By: मीका सिंह
तू कबूतर, मैं कबूतर, दुनिया कबूतर खाना
अपना अपना दाना चुगके, सबने है उड़ जाना
तू कबूतर, मैं कबूतर...
अकड़ किस गल दी प्यारे, मुसाफ़िर हैंगे सारे
अरे पैसे पीछे कमली होई फिरदी दुनिया सारी
यहाँ सभी को लगी हुई है रुतबे दी बिमारी
यहीं पे रह जायेंगे बंगले, गडिया महल चौबारे
अकड़ किस गल दी...
दुल्हन के लहंगे का गोटा और
चंडीगढ़ शहर का लेटेस्ट टोटा
बिट्टू के कैमरा में ही आ के चमकते हैं
तू चाहे गोल्डी का सेहरा हो या टिंकू की टेन डे
चमकाने आ रहा है बिट्टू बॉस
हो तेरे जैसे छत्ती आये, मेरे जैसे लखां
प्रान पखेरू उड़ जायेंगे, कुड़ियाँ रहनिया अंखा
ज़मीन तोड़ के बन्दे अन्द्रो रुड जांदे ने तारे
अकड़ किस गल दी...
तू कबूतर, मैं कबूतर...
Music By: राघव सचर
Lyrics By: कुमार
Performed By: मीका सिंह
तू कबूतर, मैं कबूतर, दुनिया कबूतर खाना
अपना अपना दाना चुगके, सबने है उड़ जाना
तू कबूतर, मैं कबूतर...
अकड़ किस गल दी प्यारे, मुसाफ़िर हैंगे सारे
अरे पैसे पीछे कमली होई फिरदी दुनिया सारी
यहाँ सभी को लगी हुई है रुतबे दी बिमारी
यहीं पे रह जायेंगे बंगले, गडिया महल चौबारे
अकड़ किस गल दी...
दुल्हन के लहंगे का गोटा और
चंडीगढ़ शहर का लेटेस्ट टोटा
बिट्टू के कैमरा में ही आ के चमकते हैं
तू चाहे गोल्डी का सेहरा हो या टिंकू की टेन डे
चमकाने आ रहा है बिट्टू बॉस
हो तेरे जैसे छत्ती आये, मेरे जैसे लखां
प्रान पखेरू उड़ जायेंगे, कुड़ियाँ रहनिया अंखा
ज़मीन तोड़ के बन्दे अन्द्रो रुड जांदे ने तारे
अकड़ किस गल दी...
तू कबूतर, मैं कबूतर...
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