Movie/Album: न्यू डेल्ही (1956)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
कोई मेरे सपनों में आया
धीरे-धीरे मन में समाया हो
ये ना पूछो फिर क्या हुआ
कोई मेरे सपनों...
फूलों ने सिंदूर छिड़का
मौसम का दिल आज धड़का
छलके बहारों से मस्ती
जादू है उनकी नज़र का
कोई मेरे सपनों...
नैना मिले खो गई मैं
बालम की अब हो गई मैं
सपनों की रिमझिम न पूछो
मदहोश हो सो गई मैं
कोई मेरे सपनों...
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
कोई मेरे सपनों में आया
धीरे-धीरे मन में समाया हो
ये ना पूछो फिर क्या हुआ
कोई मेरे सपनों...
फूलों ने सिंदूर छिड़का
मौसम का दिल आज धड़का
छलके बहारों से मस्ती
जादू है उनकी नज़र का
कोई मेरे सपनों...
नैना मिले खो गई मैं
बालम की अब हो गई मैं
सपनों की रिमझिम न पूछो
मदहोश हो सो गई मैं
कोई मेरे सपनों...
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