Movie/Album: १९२० लन्दन (2016)
Music By: शारिब-तोषी
Lyrics By: अज़ीम शिराज़ी
Performed By: मोहित चौहान, पायल देव, शारिब तोषी
रूठा क्यूँ, मुझसे खफ़ा ना होना इतना तू
साँसें भी तेरे बिना मैं ना लूँ, जाने क्यों बेवजह
ओ हो रहने दे, तेरी मोहब्बतों में रहने दे
तेरे ख़्वाबों में मुझे बहने दे
ऐसा होने दे तू ज़रा
मैं तो तेरे शब की सुबह हूँ ना
हाथों की लकीरों में लिखा हूँ ना
मैं तो तेरे शब...
रहता है, मेरे होंठों पे तेरे होंठों का निशाँ
होता है तनहा रातों में तेरे होने का गुमाँ
मुझे महसूस हुआ है ऐसा लगा है
तुमने छुआ है ना
मैं तो तेरे शब...
लाज़िम है, जैसे साँसों के लिए लाज़िम है हवा
वैसे ही मेरे लिये ज़रूरी होना है तेरा
तेरे मेरे प्यार का रिश्ता सदियों रहेगा
सदियों रहा है ना
मैं तो तेरे शब...
Music By: शारिब-तोषी
Lyrics By: अज़ीम शिराज़ी
Performed By: मोहित चौहान, पायल देव, शारिब तोषी
रूठा क्यूँ, मुझसे खफ़ा ना होना इतना तू
साँसें भी तेरे बिना मैं ना लूँ, जाने क्यों बेवजह
ओ हो रहने दे, तेरी मोहब्बतों में रहने दे
तेरे ख़्वाबों में मुझे बहने दे
ऐसा होने दे तू ज़रा
मैं तो तेरे शब की सुबह हूँ ना
हाथों की लकीरों में लिखा हूँ ना
मैं तो तेरे शब...
रहता है, मेरे होंठों पे तेरे होंठों का निशाँ
होता है तनहा रातों में तेरे होने का गुमाँ
मुझे महसूस हुआ है ऐसा लगा है
तुमने छुआ है ना
मैं तो तेरे शब...
लाज़िम है, जैसे साँसों के लिए लाज़िम है हवा
वैसे ही मेरे लिये ज़रूरी होना है तेरा
तेरे मेरे प्यार का रिश्ता सदियों रहेगा
सदियों रहा है ना
मैं तो तेरे शब...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...