Movie/Album: रुस्तम (2016)
Music By: जीत गांगुली
Lyrics By: मनोज मुन्तशिर
Performed By: अरिजीत सिंह, पलक मुछाल
देखा हज़ारों दफ़ा आपको
फिर बेकरारी कैसी है
संभाले संभालता नहीं ये दिल
कुछ आप में बात ऐसी है
लेकर इजाज़त अब आप से
सासें ये आती जाती हैं
ढूँढे से मिलते नहीं हैं हम
बस आप ही आप बाकी हैं
पल भर ना दूरी सहे आप से
बेताबियाँ ये कुछ और हैं
हम दूर हो के भी पास हैं
नज़दीकियाँ ये कुछ और हैं
देखा हज़ारों दफ़ा...
आग़ोश में है जो आपकी
ऐसा सुकूँ और पाए कहाँ
आँखें हमें ये रास आ गईं
अब हम यहाँ से जाएँ कहाँ
देखा हज़ारों दफ़ा...
Music By: जीत गांगुली
Lyrics By: मनोज मुन्तशिर
Performed By: अरिजीत सिंह, पलक मुछाल
देखा हज़ारों दफ़ा आपको
फिर बेकरारी कैसी है
संभाले संभालता नहीं ये दिल
कुछ आप में बात ऐसी है
लेकर इजाज़त अब आप से
सासें ये आती जाती हैं
ढूँढे से मिलते नहीं हैं हम
बस आप ही आप बाकी हैं
पल भर ना दूरी सहे आप से
बेताबियाँ ये कुछ और हैं
हम दूर हो के भी पास हैं
नज़दीकियाँ ये कुछ और हैं
देखा हज़ारों दफ़ा...
आग़ोश में है जो आपकी
ऐसा सुकूँ और पाए कहाँ
आँखें हमें ये रास आ गईं
अब हम यहाँ से जाएँ कहाँ
देखा हज़ारों दफ़ा...
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