Movie/Album: मदर इंडिया (1957)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायूंनी
Performed By: लता मंगेशकर
घूँघट नहीं खोलूँ
घूँघट नहीं खोलूँगी, सैय्याँ तोरे आगे
उमर मोरी स्यानी, शरम मोहे लागे
घूँघट नहीं खोलूँगी...
मुख पे घूँघट, नैनों में रसिया
मन ही मन मुस्काऊँ
दिल की बतियाँ, तू ही समझ ले
मैं कैसे बतलाऊँ
जियरा मोरा लरजे, बदन मोरा काँपे
घूँघट नहीं खोलू...
नाचे अंग-अंग, मुरली की धुन पे
गाये मन मतवाला
दिल पे मोरे, तूने बलमवा
कैसा जादू डाला
जिया को मोरे लूटा, बाँसुरिया बजा के
घूँघट नहीं खोलू...
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायूंनी
Performed By: लता मंगेशकर
घूँघट नहीं खोलूँ
घूँघट नहीं खोलूँगी, सैय्याँ तोरे आगे
उमर मोरी स्यानी, शरम मोहे लागे
घूँघट नहीं खोलूँगी...
मुख पे घूँघट, नैनों में रसिया
मन ही मन मुस्काऊँ
दिल की बतियाँ, तू ही समझ ले
मैं कैसे बतलाऊँ
जियरा मोरा लरजे, बदन मोरा काँपे
घूँघट नहीं खोलू...
नाचे अंग-अंग, मुरली की धुन पे
गाये मन मतवाला
दिल पे मोरे, तूने बलमवा
कैसा जादू डाला
जिया को मोरे लूटा, बाँसुरिया बजा के
घूँघट नहीं खोलू...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...