केम छे - Kem Chhe (Sunidhi Chauhan, Bali Brahmbhatt, Jis Desh Mein Ganga Rehta Hai)

Movie/Album: जिस देश में गंगा रहता है (2000)
Music By: आनंद राज आनंद
Lyrics By: प्रवीण भारद्वाज
Performed By: सुनिधि चौहान, बाली ब्रह्मभट्ट

उसने बोला केम छे, केम छे, केम छे
मैंने बोला एम छे, एम छे, एम छे
नींद नहीं आती है रातों में
अरे ये तो प्रेम छे, प्रेम छे, प्रेम छे
उसने बोला केम छे...

ये दिल जलता है ऐसे, जैसे जलता है हीटर
धड़कन चलती है ऐसे, जैसे चलता है मीटर
बस चढ़ता ही जाता है, जाने है कैसा फीवर
कितना है मुझे बताओ, गर हो जो थर्मामीटर
हाँ ये रोग दोनों का लाइलाज है
लेकिन सेम छे, सेम छे, सेम छे
उसने बोला केम छे...

जब तुमने मुझको देखा, और देख कर दी स्माइल
मेरे भी दिल ने खोली, फिर चाहत वाली फाइल
जब लगा सीरियस होने आँखों-आँखों में मैटर
फिर मेरे दिल ने तेरे दिल को लिखा लव-लैटर
हालचाल लिखा है ऊपर, नीचे
नीचे नेम छे, नेम छे, नेम छे
उसने बोला केम छे...

No comments :

Post a Comment

यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...