Movie/Album: कभी ख़ुशी कभी ग़म (2001)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: समीर
Performed By: लता मंगेशकर, सोनू निगम
भाग - १
मेरी साँसों में तू है समाया
मेरा जीवन तो है तेरा साया
तेरी पूजा करूँ मैं तो हर दम
ये हैं तेरे करम, कभी ख़ुशी कभी ग़म
ना जुदा होंगे हम, कभी ख़ुशी कभी ग़म
सुबह-ओ-शाम चरणों में दीये हम जलायें
देखे जहाँ भी देखें, तुझको ही पायें
इन लबों पे तेरा बस तेरा नाम हो
प्यार दिल से कभी भी ना हो कम
ये हैं तेरे करम...
ये घर नहीं है, मंदिर है तेरा
इसमें सदा रहे तेरा बसेरा
खुशबुओं से तेरी ये महकता रहे
आये-जाये भले कोई मौसम
ये हैं तेरे करम...
भाग - २
तेरे साथ होंगी मेरी दुआएँ
आये कभी ना तुझपे कोई बलाएँ
मेरा दिल ये कहे, तू जहाँ भी रहे
हर घड़ी, हर ख़ुशी चूमे तेरे कदम
ये हैं तेरे करम...
भाग - ३
क्या बेबसी है ये, क्या मजबूरियाँ
हम पास हैं फिर भी कितनी हैं दूरियाँ
जिस्म तू जान मैं, तेरी पहचान मैं
मिल के भी ना मिले, ये है कैसा भरम
ये हैं तेरे करम...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: समीर
Performed By: लता मंगेशकर, सोनू निगम
भाग - १
मेरी साँसों में तू है समाया
मेरा जीवन तो है तेरा साया
तेरी पूजा करूँ मैं तो हर दम
ये हैं तेरे करम, कभी ख़ुशी कभी ग़म
ना जुदा होंगे हम, कभी ख़ुशी कभी ग़म
सुबह-ओ-शाम चरणों में दीये हम जलायें
देखे जहाँ भी देखें, तुझको ही पायें
इन लबों पे तेरा बस तेरा नाम हो
प्यार दिल से कभी भी ना हो कम
ये हैं तेरे करम...
ये घर नहीं है, मंदिर है तेरा
इसमें सदा रहे तेरा बसेरा
खुशबुओं से तेरी ये महकता रहे
आये-जाये भले कोई मौसम
ये हैं तेरे करम...
भाग - २
तेरे साथ होंगी मेरी दुआएँ
आये कभी ना तुझपे कोई बलाएँ
मेरा दिल ये कहे, तू जहाँ भी रहे
हर घड़ी, हर ख़ुशी चूमे तेरे कदम
ये हैं तेरे करम...
भाग - ३
क्या बेबसी है ये, क्या मजबूरियाँ
हम पास हैं फिर भी कितनी हैं दूरियाँ
जिस्म तू जान मैं, तेरी पहचान मैं
मिल के भी ना मिले, ये है कैसा भरम
ये हैं तेरे करम...
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