Movie/Album: ग़ज़ल (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर
नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ
ये छलकते हुए जज़बात किसे पेश करूँ
शोख़ आँखों के उजालों को लुटाऊँ किस पर
मस्त ज़ुल्फ़ों की सियह रात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की
गर्म साँसों में छुपे राज़ बताऊँ किसको
नर्म होठों में दबी बात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की
कोई हमराज़ तो पाऊँ, कोई हमदम तो मिले
दिल की धड़कन के इशारात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर
नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ
ये छलकते हुए जज़बात किसे पेश करूँ
शोख़ आँखों के उजालों को लुटाऊँ किस पर
मस्त ज़ुल्फ़ों की सियह रात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की
गर्म साँसों में छुपे राज़ बताऊँ किसको
नर्म होठों में दबी बात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की
कोई हमराज़ तो पाऊँ, कोई हमदम तो मिले
दिल की धड़कन के इशारात किसे पेश करूँ
नग़मा-ओ-शेर की...
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