Music By: मेहुल व्यास
Lyrics By: अनिल वर्मा
Performed By: आदर्श शिंदे, मेहुल व्यास
शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा
डम डम डम डम डम...
शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा
शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा
बूझ-बूझ-बूझ, धर पकड़
बूझ-बूझ, पकड़-पकड़-पकड़
शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा रे, शंकरा
चंट चतुर मेरी खोपड़ी में रक्त का दीया जला
चंट चतुर मेरी खोपड़ी में रक्त का दीया जला
डम डम डम डम डम...
फूस बैरी चिंगारी है, अकड़ मेरी मतवाली है
नाच धान तलवारें हैं, बोली में अंगारे हैं
(मर्द मावळा, मर्द मावळा
मर्द मावळा...)
लोमड़ी की खाल लिए शेरों की चाल चला
नौटंकी खेल से डोली का चूल्हा जला
बूझ-बूझ-बूझ, धर पकड़
बूझ-बूझ, पकड़-पकड़-पकड़
हो, मर्द मावळा...
हो, आधी लगीन कोंडाण्याचे
मावळ्या तुझ्या कोंडाण्याचे
हो, आधी लगीन कोंडाण्याचे
मावळ्या तुझ्या कोंडाण्याचे
दिल के पट खोल रे, स्वामी तेरा आया रे
पाँव में जंग लिए नौटंकी लाया रे
ऊँची ये दीवारें कूदने को आया रे
बूझ-बूझ-बूझ, धर पकड़...
चंट चतुर सी...
लौ है मेरी भवानी, लौ है मेरी भवानी
लौ है मेरी भवानी, लौ है मेरी भवानी
लौ है मेरी भवानी, लौ है मेरी भवानी
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