Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: सईद क़ादरी
Performed By: अरिजीत सिंह, शिल्पा राव
ये ली है मेरी आँखों ने
क़सम ऐ यार
रखेगी तुझे ख़्वाब में
हमेशा हरदम, हर पल, हर शब
हमदम हमदम
ये ली है मेरी आँखों ने...
कितना हूँ चाहता, कैसे कहूँ तुझे
साया तेरा दिखे, तो चूम लूँ उसे
जिस दिन तुझे मिलूँ, दिल ये दुआ करे
दिन ये ख़तम ना हो, ना शाम को ढले
रहे हैं बस साथ हम
तू रहे पास
रखूँ मैं तुझे बाहों में
हमेशा हरदम हर पल...
फिल्मी संस्करण (अरिजीत सिंह)
ये ली है मेरी आँखों ने
क़सम ऐ यार
रखेगी तुझे ख़्वाब में
हमेशा हरदम हर पल हर शब
हमदम हमदम
ये ली है मेरी आँखों ने...
कितना हूँ चाहता, कैसे कहूँ तुझे
साया तेरा दिखे, तो चूम लूँ उसे
जिस दिन तुझे मिलूँ, दिल ये दुआ करे
दिन ये ख़तम ना हो, ना शाम को ढले
रहे हैं बस साथ हम
तू रहे पास
रखूँ मैं तुझे बाहों में
हमेशा हरदम हर पल...
दिल चाहे हर घड़ी, तकता रहूँ तुझे
जब नींद में हो तू, जब तू सुबह उठे
ये तेरी ज़ुल्फ़ जब, चेहरा मेरा छुए
दिल चाहे उंगलियाँ, उनमें उलझी रहें
सुन ऐ मेरे सनम
सुन मेरी जाँ
तू है एहसास में
हमेशा हरदम हर पल...
महिला संस्करण (शिल्पा राव)
लो देते हैं हम तुम्हें
क़सम फिर यार
बहेंगे हम अश्क़ में
आँखों से हरदम हमदम
हरदम हमदम हरदम
लो देते हैं हम तुम्हें...
कितना हूँ चाहता, कैसे कहूँ तुझे
साया तेरा दिखे, तो चूम लूँ उसे
जिस दिन तुझे मिलूँ, दिल ये दुआ करे
दिन ये ख़तम न हो, ना शाम को ढले
छाने ये दिल बात में
तेरे ही जज़्बात में
सजना मेरी बातों में
तुम्हीं तो हो हरदम हमदम
हरदम हमदम हरदम
लो देते हैं हम तुम्हें
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