Music By: दिव्या लिम्बासिया
Lyrics By: मोहम्मद हातिम सदरीवाला, ज़ुबैर अहमद ज़की
Performed By: वेद जमसंदेकर
सिक्के दो पहलू वाले
जीवन यही है प्यारे
चित भी या पट भी हो तो
दोनों नहीं तेरे हाथों में
उलझन फिर क्यूँ है
इन बातों में
के चल निकल जा
समय के इस भँवरे से
ये है डगर टेढ़ा सफर
मुश्किल बड़ी है ये रहगुज़र
ये है डगर टेढ़ा सफर
मुश्किल बड़ी है ये रहगुज़र
बंजारा है तू, सदियों से चला
बंजारा है तू
बंजारा है तू, गलियों में पला
बंजारा है तू
बंजारा है तू...
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