Music By: आनंद भास्कर
Lyrics By: गिन्नी दीवान
Performed By: वीणा पराशर
पान चबाए आए, पाँव दबाए आए
मन का ट्रिगरवा दबाए बैठे
भोली सूरत ओकी, नीयत है खोटी
मोहे बीच बजरवा सताए बैठे
सजनवा, आहा
सजनवा, जो गनवा निकाल बइठे
करजवा में गोली उतार बइठे
सजनवा, जो गनवा निकाल बइठे
करजवा में गोली उतार बइठे
पान चबाए आए...
सजनवा जो गनवा निकाल बइठे...
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