Music By: मीत ब्रोस, शार्दूल राठौड़
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: जुबिन नौटियाल, शार्दूल राठौड़, मीत ब्रोस
ये हमने सोच रखा था
मोहब्बत ना करेंगे हम
किसी को दिल नहीं देंगे
किसी पे ना मरेंगे हम
ये हमने सोच रखा था...
तुम्हारी मस्त आँखों ने
ये कैसा हाल कर डाला
के ये दिल चीज़ क्या है
माँग लो तो जान देंगे हम
पलट के इश्क की गलियों से
जाना है बड़ा मुश्किल
दिल ग़लती कर बैठा है
गलती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा है
गलती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा
अब बोल हमारा क्या होगा
बोल हमारा, हमारा
बोल हमारा, हमारा
बोल हमारा, ओ यारा
बोल हमारा क्या होगा
खामोशियाँ सुनते, कब तक रहेंगे हम
मौका है होठों से, आज कुछ तो कहो
बड़ी मुख़्तसर सी है, ये ज़िंदगी यारा
ज़रा पास आ जाओ, सोचते ना रहो
तुम अपना लो या ठुकरा दो
तुम्हें हक फैसले का है
हमें क्या पूछते हो तुम
हमारे हाथ में क्या है
के हम तो कर चुके जाना
तुम्हें हर साँस में शामिल
दिल ग़लती कर बैठा है...
के पहले पहले हो गई
हमसे दीदार की ग़लती
दोबारा कर गए हम
बेइरादा प्यार की गलती
हमें ज़िद थी तुम्हारे इश्क में
हम कत्ल हो जायें
तो तुम पे मर मिटा ये दिल
आखिरी बार की गलती
कहाँ आशिक कोई हम सा
कहाँ तुम सा कोई कातिल
दिल ग़लती कर बैठा है...
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